
झुंझुनूं से मंडावा, फतेहपुर और रतनगढ़ तक नई रेलवे लाइन बिछाने का मुद्दा लोकसभा में गूंजा। सांसद बृजेंद्र ओला ने नियम 377 के तहत यह मामला उठाते हुए केंद्र सरकार से इस योजना को शीघ्र स्वीकृत करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन रेल नेटवर्क की कमी के कारण यहां के नागरिकों, व्यापारियों और पर्यटकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
सांसद बृजेंद्र ओला ने लोकसभा में कहा कि मंडावा, फतेहपुर और रतनगढ़ क्षेत्र में कई प्रसिद्ध हवेलियां और ऐतिहासिक स्थल हैं, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। लेकिन इन स्थानों तक रेल संपर्क न होने के कारण पर्यटन उद्योग को नुकसान होता है। अगर इस क्षेत्र में नई रेलवे लाइन बिछाई जाती है, तो इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
नागरिकों और व्यापारियों को होगा फायदा
सांसद ने कहा कि इस रेलवे लाइन से स्थानीय नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। व्यापारियों को भी अपने उत्पादों की ढुलाई में आसानी होगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी। साथ ही, यह रेल लाइन क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सामरिक दृष्टि से भी अहम
सांसद बृजेंद्र ओला ने बताया कि झुंझुनूं से रतनगढ़ तक रेल लाइन बनने से यह क्षेत्र सीधे बीकानेर, जोधपुर और जैसलमेर से जुड़ जाएगा। यह सामरिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इससे पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों तक सीधा रेल संपर्क संभव हो सकेगा।
सरकार से शीघ्र स्वीकृति की अपील
सांसद ने केंद्र सरकार से इस रेलवे परियोजना को जल्द से जल्द स्वीकृति देने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह रेल लाइन क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएगी और लोगों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करेगी।